ढब्बू जी पिछले पाँच सालों से नौकरी ढूंढ रहे थे. ऐसा नहीं कि उनको नौकरी के बुलावे नहीं आते पर ढब्बू जी को तो देश की सबसे बड़ी कंपनी का सीधे मैनेजिंग डायरेक्टर बनना था. वैसे उनकी माताजी उसी कंपनी के सिलेक्शन बोर्ड में ऊँचे पद पर थी पर मैनेजिंग डायरेक्टर बनाने के लिए सारे शेयर होल्डर्स का बहुमत चाहिए था. अब सारे शेयर होल्डर्स से व्यक्तिगत मिलना तो मुमकिन और मुनासिब नहीं था तो तय हुआ कि आगामी सोमवार को टेली कांफ्रेंस और उसके वेबकास्ट से शेयर होल्डर्स से मुलाकात कि जाए.
दे दाना दान किताबें, इनसाइक्लोपीडिया, महापुरुषों की जीवनियां सब पढ़ना शुरू। लगना चाहिये ना कि ढब्बू जी बहुत पढ़े लिखे है. सबको विश्वास था कि बहुत ही आसान सवाल पूछें जायेंगे जैसे कंपनी के बारे में, उनकी माताजी के बारे में तथा उनके खानदान के इस कंपनी में योगदान या भविस्य में आप कंपनी को किस दिशा में ले जायेंगे आदि.
टेलीकांफ्रेंस के दिन ढब्बू जी धोती कुर्ता में आये, लगना चाहिए ना कि वह भी उन सामान्य शेयर होल्डर्स जैसे है. अब सवाल जवाब शुरू हुए:
सवाल: हमारे देश की राजधानी का नाम क्या है?
ढब्बू जी : हमारी कंपनी पिछले १०० सालों से देश कि सेवा कर रही है और आगे भी करते रहेंगे,
सवाल: वह तो ठीक है पर हमारे देश की राजधानी का नाम क्या है?
ढब्बू जी : हमारी कंपनी की ब्रांच हर राज्य में है.
सवाल: अच्छा समझ गए कि हमारे देश कि राजधानी दिल्ली है. अब यह बताएं कि २० साल पहले आपकी कंपनी ने २०० मजदूरों को निकाल दिया था जिसकी वजह से २ महीने तक कंपनी में तालाबंदी रही थी. क्या आप उन मजदूरों से उन पर हुए जुल्मों के लिए माफ़ी मांगेगे?
ढब्बू जी : देखिये उस घटना के वक्त में मौजूद नहीं था और इसमें मेरा कोई हाथ नहीं था तो मैं माफ़ी क्यों मांगूं। हाँ हमें भविष्य में अपनी कंपनी को नयी ऊंचाई पर ले जाना है. हम अगले साल से दो नए प्रोडक्ट भी मार्केट में ला रहे है. जनता को वह प्रोडक्ट बहुत अच्छे लगेंगे।
सवाल: एक बात बताएं कि आपकी प्रतिद्वंदी कंपनी ने दो साल पहले १०० मजदूरों को निकाल दिया था तब तो आप बहुत विरोध कर रहे थे?
ढब्बू जी : बिलकुल इसकेलिए उस कंपनी का प्रशासन जिम्मेदार था.
सवाल: और जो आपकी कंपनी ने किया?
ढब्बू जी : देखिये हमें विकास के तरफ देखना है. हम चाहते है कि हमारी कंपनी में युवा लोग जुड़ सकें।
सवाल: आप कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बनना चाहते है पर अगर शेयर होल्डर्स ने आपको नहीं चुना?
ढब्बू जी : जीत मेरी ही होगी।
सवाल: मान लीजिये आप हार जाते है?
ढब्बू जी : मुझे अपने युवा शेयर होल्डर्स पर पूरा विश्वास है. और हमने अपनी कंपनी में महिलायों कि सुरक्षा के लिए कितने नए काम किये है. हमने एक नया एच आर मेनेजर रखा है जहाँ पर वोह अपनी परेशानियाँ या कंपनी में चल रहे गलत काम को बता सकता है.
सवाल: आप कैसे मैनेजिंग डायरेक्टर साबित होंगें?
ढब्बू जी : मेरा पूरा परिवार इस कंपनी में पिछले कई दशकों से जुड़ा है. मैंने अपने परिवार के सब लोंगों को इस्तीफा देते हुए देखा है. मैं इस कंपनी को नयी दिशा दूंगा।
सवाल: ढब्बू जी आप ने टेलीकांफ्रेंस के जरिये अपने शेयर होल्डर्स से बात कि, अपनी जिम्मेदारियां बताई। हम सब आशा करते है कि आप ही इस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर चुने जाये।
धन्यवाद
प्रतिमान उनियाल
दे दाना दान किताबें, इनसाइक्लोपीडिया, महापुरुषों की जीवनियां सब पढ़ना शुरू। लगना चाहिये ना कि ढब्बू जी बहुत पढ़े लिखे है. सबको विश्वास था कि बहुत ही आसान सवाल पूछें जायेंगे जैसे कंपनी के बारे में, उनकी माताजी के बारे में तथा उनके खानदान के इस कंपनी में योगदान या भविस्य में आप कंपनी को किस दिशा में ले जायेंगे आदि.
टेलीकांफ्रेंस के दिन ढब्बू जी धोती कुर्ता में आये, लगना चाहिए ना कि वह भी उन सामान्य शेयर होल्डर्स जैसे है. अब सवाल जवाब शुरू हुए:
सवाल: हमारे देश की राजधानी का नाम क्या है?
ढब्बू जी : हमारी कंपनी पिछले १०० सालों से देश कि सेवा कर रही है और आगे भी करते रहेंगे,
सवाल: वह तो ठीक है पर हमारे देश की राजधानी का नाम क्या है?
ढब्बू जी : हमारी कंपनी की ब्रांच हर राज्य में है.
सवाल: अच्छा समझ गए कि हमारे देश कि राजधानी दिल्ली है. अब यह बताएं कि २० साल पहले आपकी कंपनी ने २०० मजदूरों को निकाल दिया था जिसकी वजह से २ महीने तक कंपनी में तालाबंदी रही थी. क्या आप उन मजदूरों से उन पर हुए जुल्मों के लिए माफ़ी मांगेगे?
ढब्बू जी : देखिये उस घटना के वक्त में मौजूद नहीं था और इसमें मेरा कोई हाथ नहीं था तो मैं माफ़ी क्यों मांगूं। हाँ हमें भविष्य में अपनी कंपनी को नयी ऊंचाई पर ले जाना है. हम अगले साल से दो नए प्रोडक्ट भी मार्केट में ला रहे है. जनता को वह प्रोडक्ट बहुत अच्छे लगेंगे।
सवाल: एक बात बताएं कि आपकी प्रतिद्वंदी कंपनी ने दो साल पहले १०० मजदूरों को निकाल दिया था तब तो आप बहुत विरोध कर रहे थे?
ढब्बू जी : बिलकुल इसकेलिए उस कंपनी का प्रशासन जिम्मेदार था.
सवाल: और जो आपकी कंपनी ने किया?
ढब्बू जी : देखिये हमें विकास के तरफ देखना है. हम चाहते है कि हमारी कंपनी में युवा लोग जुड़ सकें।
सवाल: आप कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बनना चाहते है पर अगर शेयर होल्डर्स ने आपको नहीं चुना?
ढब्बू जी : जीत मेरी ही होगी।
सवाल: मान लीजिये आप हार जाते है?
ढब्बू जी : मुझे अपने युवा शेयर होल्डर्स पर पूरा विश्वास है. और हमने अपनी कंपनी में महिलायों कि सुरक्षा के लिए कितने नए काम किये है. हमने एक नया एच आर मेनेजर रखा है जहाँ पर वोह अपनी परेशानियाँ या कंपनी में चल रहे गलत काम को बता सकता है.
सवाल: आप कैसे मैनेजिंग डायरेक्टर साबित होंगें?
ढब्बू जी : मेरा पूरा परिवार इस कंपनी में पिछले कई दशकों से जुड़ा है. मैंने अपने परिवार के सब लोंगों को इस्तीफा देते हुए देखा है. मैं इस कंपनी को नयी दिशा दूंगा।
सवाल: ढब्बू जी आप ने टेलीकांफ्रेंस के जरिये अपने शेयर होल्डर्स से बात कि, अपनी जिम्मेदारियां बताई। हम सब आशा करते है कि आप ही इस कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर चुने जाये।
धन्यवाद
प्रतिमान उनियाल
Sir
ReplyDeleteeshara pahchan gaya